बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी कोर्स: यह एक ग्रेजुएट कोर्स है जिसे छात्रों को शारीरिक चिकित्सा और रिहैबिलिटेश के क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के लिए प्रदान किया जाता है। यह पाठ्यक्रम छात्रों को मानव शरीर के रोगों और चिकित्सा के विभिन्न पहलुओं की समझ प्रदान करता है ताकि वे रोगियों के उपचार में मदद कर सके। बीपीटी प्रोग्राम छात्रों को शारीरिक शिक्षा, विज्ञान, रोग और चिकित्सा, रिहैबिलिटेश तकनीकीयाँ, और पेशेवर नैतिकता के क्षेत्रों में पूरी जानकारी प्रदान करता है।
बीपीटी पाठ्यक्रम के अंतर्गत, छात्रों को शारीरिक विज्ञान, रोग और चिकित्सा के बुनियादी सिद्धांत, बायोमैकेनिक्स, बाल चिकित्सा, महिला स्वास्थ्य, रोगी की मानसिक स्थिति की समझ, चिकित्सा यंत्रणा, रिहैबिलिटेश तकनीकियों, और चिकित्सा नैतिकता के विषयों पर शिक्षा दी जाती है। छात्रों को रोगों के निदान, उनके प्रबंधन के लिए विभिन्न उपायों की जानकारी प्राप्त होती है, जैसे कि व्यायाम चिकित्सा, बल चिकित्सा, इलेक्ट्रोथेरेपी, मानसिक रिहैबिलिटेश, और साक्षात्कार तकनीकियाँ।
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कोर्स स्तर | ग्रैजूएशन |
अवधि | 4 साल |
परीक्षा प्रकार | सेमेस्टर सिस्टम |
पात्रता | साइंस स्ट्रीम के साथ 12वीं (जीव विज्ञान) |
प्रवेश | प्रवेश परीक्षा या साक्षात्कार की योग्यता के बाद परामर्श |
औसत वेतन | INR 3.5 एलपीए |
पाठ्यक्रम शुल्क | INR 10k – INR 5 लाख |
शीर्ष भर्तीकर्ता | गवर्न्मेंट अस्पताल, अपोलो हॉस्पिटल्स, फिजियोथेरेपी एसोसिएट्स, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, ग्लेनीगल्स ग्लोबल हॉस्पिटल्स, आदि |
नौकरी की स्थिति | लेक्चरर, रिसर्च असिस्टेंट, रिसर्चर, सेल्फ एम्प्लॉयड प्राइवेट फिजियोथेरेपिस्ट, स्पोर्ट्स फिजियो रिहैबिलिटेटर |
BPT कोर्स के लिए योग्यता
फ़िज़ीओथेरपी कोर्स करने के लिए आप में ये योग्यता होनी चाहिए:
- विद्यार्थी किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12 वीं पास होना चाहिए।
- 12 वीं पास विद्यार्थी का 12वीं में साइंस स्ट्रीम होना अनिवार्य है जिसमे भौतिकी, जीवविज्ञान, रशायशास्त्र सब्जेक्ट होना अनिवार्य है।
- 12वीं में आपका 50% मार्क्स जेनेरल के लिए और SC/ST/OBC के लिए 45 मार्क्स होना अनिवार्य है।
- विद्यार्थी का उम्र 17 वर्ष होनी आवश्यक है।
इसके साथ विद्यार्थी में कुछ आवश्यक कौशल होना जरूर है चलिये देखे की वो कौन से आवश्यक कौशल है।
करियर संभावनाएँ:
बीपीटी के पूरे करने के बाद, छात्र विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं में काम कर सकते हैं। वे अस्पतालों, निजी चिकित्सालयों, फिजियोथेरेपी केंद्रों, रिहैबिलिटेश सेंटरों, खेल क्लब्स, और खेलाड़ियों के साथ काम कर सकते हैं। इसके अलावा, वे स्वतंत्र रूप से अपना फिजियोथेरेपी केंद्र भी शुरू कर सकते हैं।
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BPT कोर्स करने के लिए आवश्यक स्किल्स की आवश्यकता
BPT Course Details in Hindi करने के लिए निम्नलिखित स्किल्स ज़रूरी हैं:
- विज्ञान के ज्ञान: फिजियोथेरेपी एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काम करती है। फिजियोथेरेपिस्ट को शारीरिक विज्ञान, रोग विज्ञान, उपचार विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान में मास्टर होना चाहिए।
- कम्युनिकेशन स्किल्स: फिजियोथेरेपिस्ट को अच्छी कम्युनिकेशन स्किल्स होना चाहिए ताकि वे अपने रोगियों या उनके परिजनों को ठीक से समझा सकें और अपने उपचार की जानकारी सही ढंग से साझा कर सकें।
- शारीरिक कुशलता: फिजियोथेरेपी उपचार शारीरिक कुशलता पर निर्भर करता है। फिजियोथेरेपिस्ट को शारीरिक एवं चिकित्सा कुशलता का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
- समस्याओं के लिए समाधान ढूंढना: फिजियोथेरेपिस्ट को अपने रोगियों की समस्याओं के लिए समाधान ढूंढने में महारत होनी चाहिए।
- समर्थन देना: फिजियोथेरेपिस्ट को उनके रोगियों के द्वारा प्रदर्शित किए गए शारीरिक शक्ति एवं उत्साह को बढ़ावा देना चाहिए। वे अपने रोगियों को प्रोत्साहित करने और उनके साथ एक सही समय बिताने में महारत होनी चाहिए।
- टीम वर्किंग: फिजियोथेरेपी उपचार में एक टीम वर्क बहुत महत्वपूर्ण होता है। फिजियोथेरेपिस्ट को अन्य स्वास्थ्य के पेशेवरों के साथ अच्छी तरह समझौता करना चाहिए ताकि वे अपने रोगियों को एक समूही दृष्टिकोण से उपचार दे सकें।
- तत्परता: फिजियोथेरेपी उपचार धीमे और स्थिर होते हैं। फिजियोथेरेपिस्ट को अपने उपचार में धैर्य रखना चाहिए और उन्हें संवेदनशीलता से निभाना चाहिए।
- नैतिकता: फिजियोथेरेपी उपचार अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं और फिजियोथेरेपिस्ट को उन्हें नैतिक दृष्टिकोण से देखना चाहिए। उन्हें उनके रोगियों के साथ संवेदनशीलता से काम करना चाहिए और उन्हें उचित सलाह देनी चाहिए I
BPT कोर्स करने के लिए योग्यता की आवश्यकता
BPT का कोर्स करने लिए ज़रूरी योग्यता इस प्रकार है:
- BPT कोर्स करने के लिए आपके पास निम्नलिखित योग्यता होनी ज़रूरी है :
- BPT कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपके बाराहवीं में कम से कम 50% मार्क्स होने ज़रूरी हैं।
- बारहवीं में साइंस स्ट्रीम के साथ बायोलॉजी विषय होना ज़रूरी है।
- बारहवीं में इंगलिश सबजेक्ट ज़रूर होना चाहिए।
- विदेश में इस कोर्स को करने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक अनिवार्य हैं।
BPT के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या है?
BPT का कोर्स करने लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- जब आप आवेदन पत्र डाउनलोड कर लेते हैं, तो आपको उसमें अपनी जानकारी भरनी होगी, जिसमें आपका नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, पता, शैक्षणिक विवरण और अन्य जानकारी शामिल होगी। आवेदन पत्र में आपको भी आपके शैक्षणिक योग्यता के आधार पर अपनी उपस्थिति के लिए जाँच के लिए संबंधित दस्तावेजों को संलग्न करने की जरूरत होगी।
- BPT प्रोग्राम के लिए एनरोल कर रहे कैंडिडेट का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर करना आवश्यक है। कुछ युनिवर्सिटीज़ मेरिट बेस यानी आपकी बारहवीं के एग्ज़ाम में आये मार्क्स को ध्यान में रखकर भी एडमिशन स्वीकार करते हैं जिसे कट ऑफ के अनुसार एडमिशन कहा जाता है।
- कई युनिवर्सिटीस आपके एंट्रेंस एग्ज़ाम रिज़ल्ट अनुसार डायरेक्ट एडमिशन भी देतीं हैं जबकि कुछ उसके बाद भी एडिशनल चीज़ों के मुताबिक़ सेलेक्शन किया करतीं हैं जिसमें ज़्यादातर ग्रुप डिस्कशन और पर्सनल इंटरव्यू शामिल होतें हैं।
- रिजल्ट आने के बाद,काउंसिलिंग के लिए रजिस्टर करें और प्रोसेस फॉलो करें।
- अपने चुनें गए कॉलेज और कोर्स को काउंसिलिंग में सेलेक्ट करें।
- रजिस्टर करें और दस्तावेज़ जमा कराएं।
BPT के लिए प्रवेश परीक्षाएं कौन-कौन सी होती है?
BPT कोर्स में एडमिशन के लिए निम्नलिखित प्रवेश परीक्षाएं आवश्यक होती हैं:
- NEET (National Eligibility cum Entrance Test): NEET परीक्षा भारत में चिकित्सा में प्रवेश के लिए सबसे प्रसिद्ध परीक्षा है। NEET UG द्वारा, छात्रों को बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT) के लिए प्रवेश लेने के लिए योग्यता प्राप्त करनी होती है।
- AIIMS BPT Entrance Exam: इस परीक्षा को ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) द्वारा आयोजित किया जाता है। AIIMS BPT प्रवेश परीक्षा के माध्यम से, छात्रों को एम्स में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के लिए प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त करनी होती है।
- JIPMER BPT Entrance Exam: जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (JIPMER) द्वारा आयोजित किया जाता है। JIPMER BPT प्रवेश परीक्षा के माध्यम से, छात्रों को JIPMER में बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी के लिए प्रवेश के लिए योग्यता प्राप्त करें।
सैलरी
फिजियोथैरेपी कोर्स करने के बाद आप किसी भी हॉस्पिटल में आपको शुरुआत में 7-15 हजार रूपये की सैलरी आसानी से मिल सकती है। इसके अतिरिक्त आप स्वयं का क्लिनिक खोल कर 1000-1500 रुपये तक प्रतिदिन पा सकते है। फिजियोथैरेपी करने के बाद हॉस्पिटल इंडस्ट्री में आप को जॉब आसानी से मिल जाएगी।
अत: करियर के लिहाज से हम कह सकते है कि फिजियोथैरेपी में करियर बनाना आपका अच्छा निर्णय हो सकता हैं, जो आपके करियर को एक नयी ऊँचाई तक ले जा सकता हैं।
अलग अलग जॉब प्रोफ़ायल और वेतन:
जॉब | ओसत वेतन प्रतिमाह |
रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट | ₹53,522/- |
थेरेपी मैनेजर | ₹37,500/- |
रिसर्च असिस्टेंट | ₹27,653/- |
कंसलटेंट | ₹24,510/- |
स्पोर्ट्स फिजियोथैरेपिस्ट | ₹29,531/- |
डिफेंस फिजियोथैरेपिस्ट | ₹25,500/- |
प्रोफेसर | ₹27,600/- |
डिमांड एंड सप्लाई
इंडिया मै फिजियोथेरेपी मार्किट का स्तर थोड़ा नीचे है| फिजियोथेरेपी के स्कोप और उसके प्रोफेशन के बारे मे कोई जगकरुता नहीं है | इंडिया मे बहुत कम इंफ्रास्ट्रक्चर है जो अच्छी एजुकेशन दे सके। परंतु पिछले कुछ सालों में देखा गया है कि फ़िज़ीओथेरपी डॉक्टर की अवशकता बढ़ी है। हर छोटे से बड़े हॉस्पिटल में फ़िज़ीओथेरपी का एक अलग डिपार्टमेंट बन रहा है।
फिजियोथैरेपी के प्रमुख संस्थान
S. No. | कॉलेज/यूनिवर्सिटीज के नाम | जगह |
1 | जामिआ मिलिया इस्लामिआ | नई दिल्ली |
2 | Pt. पंडित दीनदयाल उपाध्याय इंस्टिट्यूट फॉर फिजिकली हैंडीकैप्ड | नई दिल्ली |
3 | लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) | जलंधर |
4 | डॉ डीवाई पाटिल कॉलेज ऑफ़ फिजियोथेरेपी | मुंबई |
5 | स्कूल स्कूल ऑफ़ फिजियोथेरेपी, हड्डी रोग केंद्र, केईएम अस्पताल | मुंबई |
6 | डॉ एम.वी. शेट्टी कॉलेज ऑफ फिजियोथेरेपी | कर्नाटक |
7 | यूनिवर्सिटी ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट | जयपुर |
8 | गुरु काशी यूनिवर्सिटी (जीकेयू) | बठिंडा |
9 | स्वर्णिम स्टार्टअप एंड इनोवेशन यूनिवर्सिटी | गांधीनगर |
10 | पारुल यूनिवर्सिटी | गुजरात |
11 | अन्नामलाई यूनिवर्सिटी | तमिलनाडु |
12 | जयपुर फिजियोथेरेपी कॉलेज एंड हॉस्पिटल | जयपुर |
13 | स्वामी विवेकानंदा यूनिवर्सिटी(सवीयू) | कोलकाता |
14 | पी पी सावनी यूनिवर्सिटी | सूरत |
- मद्रास मेडिकल कॉलेज
- बीएचयू वाराणसी
- पीजीएमआईएस रोहतक
- बीएफयूएचएस, फरीदकोट पंजाब
- हमदर्द इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च, दिल्ली
- गुरु गोविंद सिंघ इन्द्रप्रथ यूनिवर्सिटी, दिल्ली
- जामिया मिलिया, दिल्ली
- अन्नामलाई यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
फिजियोथेरेपी कोर्स कितने साल का होता है?
फिजियोथेरेपी (BPT) कुल चार साल का कोर्स होता है, जिसमें कुल 8 सेमेस्टर होते हैं।
क्या डीपीटी पाठ्यक्रम बीपीटी के समान है?
नहीं, बीपीटी फिजियोथेरेपी में स्नातक है क्योंकि यह एक स्नातक पाठ्यक्रम है जबकि डीपीटी एक डिप्लोमा पाठ्यक्रम है।
क्या BPT कोर्स MBBS से अलग है?
बैचलर ऑफ़ फिजियोथेरेपी (BPT) कोर्स MBBS से अलग है।
बीपीटी या डीपीटी कौन सा बेहतर है?
फिजियोथेरेपी में स्नातक फिजियोथेरेपी में डिप्लोमा से बेहतर है क्योंकि बीपीटी एक स्नातक डिग्री है।
किस प्रकार की फिजियोथेरेपी सबसे अच्छी है?
आर्थोपेडिक फिजियोथेरेपी भौतिक चिकित्सा का सबसे सामान्य रूप है।